1. छुपे छुपे से रहते हैं सरेआम नहीं हुआ करते,
कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं उनके नाम नहीं हुआ करते..
कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं उनके नाम नहीं हुआ करते..
2. मेरे लफ्ज़ फ़ीके पड़ गए तेरी एक अदा के सामने,
मैं तुझे ख़ुदा कह गया अपने ख़ुदा के सामने..
मैं तुझे ख़ुदा कह गया अपने ख़ुदा के सामने..
3. टुकडे पडे थे राह में किसी हसीना की तस्वीर के,
लगता है कि कोई दिवाना आज बहुत रोया होगा..
लगता है कि कोई दिवाना आज बहुत रोया होगा..
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