HELLO

Sunday, December 9, 2018

जो कुछ हूँ सामने हूँ, कुछ अंदर नहीं हूं मैं , ख़ादिम हूँ क़लंदर का, क़लंदर नहीं हूँ मैं , मुझ पर से गुज़र जाइए, ग़ौहर तलाशिए , मैं सिर्फ़ एक पुल हूँ, समंदर नहीं हूँ मैं..

जो कुछ हूँ सामने हूँ, कुछ अंदर नहीं हूं मैं ,
ख़ादिम हूँ क़लंदर का, क़लंदर नहीं हूँ मैं ,
मुझ पर से गुज़र जाइए, ग़ौहर तलाशिए ,
मैं सिर्फ़ एक पुल हूँ, समंदर नहीं हूँ मैं..

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